
हिंदू मान्यताओं के अनुसार जिस घर में स्वच्छता और खुशी होती है उस घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसी वजह से दीवाली व अन्य हिंदू त्योहारों पर घरों में खास तरीके से सफाई की जाती है। इसके साथ ही कुछ खास तरीके की सजावट भी की जाती है। जिससे घर में मां लक्ष्मी का आगमन हो सके। इसके साथ ही वास्तु शास्त्र के अनुसार सफाई में उपयोग की जाने वाली झाड़ू भी मां लक्ष्मी का प्रतीक ही होती है।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि अगर झाड़ू का रखरखाव ठीक तरह से नहीं हो तो ऐसे में व्यक्ति के आर्थिक जीवन पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है। वही वास्तु शास्त्र में झाड़ू से संबंधित कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से जीवन में आई परेशानियों को खत्म किया जा सकता है। अगर आप इन नियमों का पालन करते हैं तो इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है और जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार शाम के समय झाड़ू लगाना अशुभ माना जाता है। इसके साथ ही वास्तुशास्त्र में यह भी बताया गया है कि कभी भी भूल कर सूर्यास्त के बाद घर में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे आपकी समस्या बढ़ सकती है। वही कहा जाता है कि सूरज ढलने के बाद झाड़ू लगाने से महालक्ष्मी नाराज हो जाती है और उस घर में गरीबी का वास शुरू हो जाता है। इसके साथ ही कभी भी झाड़ू को खड़ी कर नहीं रखना चाहिए।
हिंदू वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपको कोई झाड़ू खरीदनी हो तो शनिवार के दिन ही खरीदनी चाहिए। शनिवार का दिन झाड़ू खरीदने के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही इस दिन झाड़ू खरीदने की वजह से मां लक्ष्मी के साथ शनि देव महाराज भी खुश हो जाते हैं। वही कभी भी भूलकर रसोईघर या अन्य सात जगहों पर झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। इससे गरीबी के साथ आपके घर पर रोक भी आने शुरू हो जाते हैं। रसोई में भूलकर भी जादू नहीं रखनी चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों की सेहत पर बेहद बुरा असर पड़ता है। इसलिए झाड़ू को स्टोर रूम या फिर किसी ऐसी जगह रखनी चाहिए। जिससे वह पूरे दिन में ना देख पाए।
4 बार विधायक बनने के बाद भी इस नेता के पास नहीं कोई पक्का मकान, आज भी जी रहा है किसान की जिंदगी